वरना तुझे तेरे अंजाम तक पहुंचाएंगे ताबूत खींचकर तेरा तुझे कब्र तक ले जाएंगे। वरना तुझे तेरे अंजाम तक पहुंचाएंगे ताबूत खींचकर तेरा तुझे कब्र तक ले जाएंग...
अपनी मिट्टी खींचे हमको दूर कही भी जाऊँ, अपनी मिट्टी खींचे हमको दूर कही भी जाऊँ,
विज़डम से पैदल है वाणी पे ब्रेक। कुछ कहने को हकलू लगता जब ज़ोर। कहते हैं सारे वन्स मोर वन्स मो... विज़डम से पैदल है वाणी पे ब्रेक। कुछ कहने को हकलू लगता जब ज़ोर। कहते हैं स...
महक नहीं आती शायद इन्हे इंसानी मेहनत और पसीने की महक नहीं आती शायद इन्हे इंसानी मेहनत और पसीने की
एक से ज़्यादा भाषा भी जानना कमाल है। एक से ज़्यादा भाषा भी जानना कमाल है।
लेकिन अब किसी को परवाह नहीं इस देश की लेकिन अब किसी को परवाह नहीं इस देश की